बुधवार, 13 जनवरी 2021

राजस्व मंत्री ने राजस्व कार्यों के आधुनिकीकरण की समीक्षा की, अंतिम छोर पर बैठे व्यक्ति के दुःख दर्द दूर करने को सरकार तत्पर - चौधरी

 पॉयलट प्रोजेक्ट के रूप में बाड़मेर में ऑनलाईन भूमि रूपान्तरण होगा

 बाड़मेर, 13 जनवरी। राजस्व मंत्री हरीश चौधरी ने कहा है कि राजस्व कार्यों को अधिकाधिक रूप से आधुनिक तकनीक के जरिए ऑनलाईन करवाया जाएगा ताकि आम कास्तकारों को सुविधा हो सके। इसी के अन्तर्गत बाडमेर जिले में पॉयलट प्रोजेक्ट के रूप में भूमि रूपान्तरण की पूर्ण प्रक्रिया ऑनलाईन की जाएगी। जिसे बाद में पूरे राज्य में लागू किया जाएगा। राजस्व मंत्री बुधवार सांय कलेक्ट्रेट सभागार में राजस्व कार्यों की समीक्षा कर रहे थे।
 इस मौके पर उन्होने कहा कि डी.एल.आर.सी. कार्यक्रम के तहत सभी तहसीलों को ऑनलाईन किया जा रहा है एवं बाड़मेर जिले में इस प्रक्रिया के तहत चार तहसीलों को पूर्णतः ऑनलाईन किया जा चुका है। सभी राजस्व रिकॉर्ड ऑनलाईन उपलब्ध होने से कास्तकारों के समय एवं धन की बचत हो सकेगी। इससे प्रत्येक कास्तकार को अपने खाते की ऑनलाईन सुविधा उपलब्ध हो सकेगी। इसी कार्यक्रम के द्वितीय फेज में सर्वे तथा रि-सर्वे के लिए जिला कलक्टरों को निर्देश दिए गए है। उन्होने बताया कि राजस्व कार्यों में ऑनलाईन तकनीक का प्रयोग कर राजस्व अधिकारी अधिक कुशलता से कार्य कर सकते है। मौजूदा समय में गूगल अर्थ से सैटेलाईट इमेज के जरिए किसी भी सरकारी भूमि का अवलोकन राजस्व अधिकारी अपने कार्यालय में बैठकर कर सकते है। उन्होने सरकारी भूमि पर अतिक्रमण को गंभीरता से लेते हुए उसे तुरंत बैदखल कर आरोपियों के विरूद्ध कानूनी कार्यवाही करने के निर्देश दिए।
 चौधरी ने बताया कि माननीय मुख्यमंत्री की मंशा के अनुरूप अंतिम छोर पर बैठे व्यक्ति की कठिनाई को दूर करने के लिए राजस्व प्रशासन को तत्परता से कार्य करना चाहिए। उन्होनें बताया कि आने वाले समय में प्रशासन गांव के संग अभियान चलाकर लोगों को मौके पर ही कार्य निपटाकर राहत पहंुचाई जाएगी। उन्होने बताया कि इस अभियान का नोडल राजस्व विभाग को बनाया जाएगा तथा इसमें जन सेवाओं से जुडे सभी विभागों की भागीदारी सुनिश्चित की जाएगी।
राजस्व मंत्री ने बताया कि जिले में रिफाईनरी की स्थापना के बाद बडी तादाद में उद्योगों के आने की संभावना है। इसके मद्देनजर जिले में सकारात्मक माहौल बनाया जाएगा तथा उद्योग लगाने के लिए भूमि रूपान्तरण के प्रकरणों को अधिक व्यवहारिक बनाया जाएगा तथा इसमें निचले स्तर पर आने वाली कठिनाईयों को दूर किया जाएगा। उन्होने बताया कि राज्य में मुख्यमंत्री की मंशा के अनुरूप लाल फीताशाही दूर कर निवेश अनुकूल माहौल बनाया जाएगा।
इससे पूर्व राजस्व मंत्री ने मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत की वीडियों कॉन्फ्रेसिंग में भाग लिया। तथा उन्हें राजस्व विभाग के कार्यों की जानकारी दी एवं मुख्यमंत्री की प्राथमिकता के अनुसार राजस्व विभाग के आधूनिकीकरण के कार्यों से अवगत कराया।
  इस दौरान जिला कलक्टर विश्राम मीणा, अतिरिक्त जिला कलक्टर ओम प्रकाश विश्नोई, मुख्य कार्यकारी अधिकारी मोहनदान रतनू, सभी उपखण्ड अधिकारी समेत राजस्व विभाग तथा विभिन्न विभागों के जिला स्तरीय अधिकारी मौजूद थे।
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