बाड़मेर, 12 अक्टूबर। जिले में नवजीवन योजना के बेहतर क्रियान्वयन के लिए जिला कलेक्टर विश्राम मीणा ने विस्तृत योजना बनाने के निर्देश दिए हैं। वह सोमवार को अपने कक्ष में योजना की समीक्षा कर रहे थे।
इस मौके पर जिला कलेक्टर ने कहा कि नवजीवन योजना का मूल उद्देश्य अवैध शराब निर्माण में लगे परिवारों का पुनर्वास तथा पुनरुद्धार करना है। इसके जरिए इन परिवारों को आजीविका एवं संसाधन मुहैया कराए जाते हैं। साथ ही इन परिवारों से संबंधित बच्चों को शिक्षा की मुख्यधारा से जोड़ा जाता है। उन्होंने योजना के क्रियान्वयन के लिए जिले में अवैध शराब के निर्माण से जुड़े परिवारों का 31 अक्टूबर तक सर्वे करने के निर्देश दिए।
मीणा ने नवजीवन योजना के प्रचार-प्रसार के लिए आई.ई.सी. प्लान तैयार करने के निर्देश दिए। उन्होंने पात्र परिवारों के पुनद्धार के लिए कौशल आधारित प्रशिक्षण देने को कहा ताकि ऐसे लोगों को रोजगार के साधन मुहैया हो सके एवं आवश्यकता अनुसार ऋण भी उपलब्ध कराए जा सके। इस मौके पर जिला कलेक्टर ने बकाया दिव्यांगजन प्रमाण पत्र शीघ्र जारी करने के लिए सप्ताह में प्रत्येक शुक्रवार को शिविर का आयोजन निर्धारित करने के लिए चिकित्सा विभाग से समन्वय के निर्देश दिए।
इससे पूर्व सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के सहायक निदेशक पुखराज सारण ने नवजीवन योजना के उद्देश्य एवं लक्षण से अवगत कराया।
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