मंगलवार, 4 जून 2019

पशुपालकों को पशुओं को गर्मी से बचाने के लिए सलाह

बाड़मेर, 04 जून। प्रदेश में पशुधन को भीषण गर्मी, लू एवं तापमान के दुष्प्रभावों से बचाने के लिए पशुपालन विभाग की ओर से पशुपालकों को एहतियात बरतने की सलाह दी गई है। तेज गर्म मौसम तथा तेज हवाओं का प्रभाव पशुओं की सामान्य दिनचर्या को प्रभावित करता है, इससे उनके बीमार पड़ने की संभावनाएं बढ़ जाती हैं। 
पशुपालन विभाग की ओर से पशुपालकों को सलाह दी गई है कि भीषण गर्मी की स्थिति में पशुधन को सुरक्षित रखने के लिए ठंडा एवं छायादार पशु आवास, स्वच्छ पीने के पानी पर ध्यान दिए जाने की जरूरत है। तेज गर्मी से बचाव प्रबंधन में जरा सी लापरवाही से पशु को लू नामक रोग हो जाता है, जिससे पशु की मृत्यु भी हो सकती है। पशुपालकों को सलाह दी गई है कि वे पशु आवास के लिए पक्के निर्मित मकानों की छत पर सूखी घास या कडबी रखे। ताकि छत को गर्म होने से रोका जा सके। लू लगने पर पशुओं को प्याज का रस एवं पानी तथा बर्फ की पट्टियां रखनी चाहिए। बीमारी के लक्षण दिखाई देने पर तुरन्त नजदीकी पशु चिकित्सक से संपर्क कर पशु का उपचार करवाएं। ताकि पशुधन तथा उसके उत्पादन में होने वाली हानि से बचा जा सके। गर्मी से बचाने के लिए पशुओं को प्रतिदिन ठण्डे पानी से भी नहलाए, रात में पशुओं को खुले में बांधने तथा दिन में आवश्यकता के अनुसार स्वच्छ पानी पिलाने तथा ठंडे पानी में नहलाने की सलाह दी गई है।

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