गुरुवार, 7 जून 2018

ई-सखी योजना के क्रियान्यवन मंे महत्वपूर्ण भूमिका निभाएं: नकाते


ई-सखियांे को राज्य सरकार की ओर से इलेक्ट्रोनिक माध्यम से सेवा प्रदायगी की विभिन्न योजनाआंे के बारे मंे विस्तार से जानकारी देने के निर्देश

                बाड़मेर, 07 जून। आरकेसीएल केन्द्र संचालक ई-सखी योजना के क्रियान्वयन के महत्वपूर्ण भूमिका निभाएं। ई-सखियांे को राज्य सरकार की ओर से संचालित विभिन्न जन कल्याणकारी योजनाआंे जिनकी सेवा प्रदायगी इलेक्ट्रोनिक माध्यमों से होती है, की विस्तार से एवं व्यावहारिक जानकारी दी जाए। ताकि वे अधिकाधिक लोगांे को इनकी जानकारी से लाभांवित करवा सके। जिला कलक्टर शिवप्रसाद मदन नकाते ने सूचना एवं प्रौद्योगिकी विभाग की ओर से आयोजित ई-सखी योजनान्तर्गत आरकेसीएल केन्द्र संचालकांे के दो दिवसीय जिला स्तरीय प्रशिक्षण के समापन के अवसर पर यह बात कही।
                जिला कलक्टर शिवप्रसाद मदन नकाते ने कहा कि राज्य सरकार ने जन कल्याणकारी योजनाआंे के इलेक्ट्रोनिक सेवा प्रदायगी के प्रयास से अधिकाधिक लोगांे को जोड़ने तथा डिजिटल साक्षरता को बढ़ावा देने के उददेश्य से ई-सखी योजना प्रारंभ की गई है। इसका सफल क्रियान्वय तभी संभव होगा जब आरकेसीएल केन्द्र संचालक एवं अपने-अपने क्षेत्रों में ई-सखियांे को इसके बारे में पूर्ण व्यावहारिक जानकारी उनके प्रशिक्षण के दौरान उन्हें प्रदान करे। उन्हांेने केन्द्र संचालकांे को इस महत्वपूर्ण योजना से जुड़ने की बधाई देते हुए कहा कि वे ई-साक्षरता के विविध पहलूआंे के बारे मंे ई-सखियांे को इस प्रकार से प्रशिक्षित करें, ताकि वे आगे जिले के प्रत्येक गांव एवं ढाणी में बसे गरीब एवं ग्रामीण तबके एवं विशेषकर महिलाओं को इन योजनाओं की लाभ प्राप्ति में आने वाली व्यावहारिक समस्याओं का समाधान हो सके। तभी राज्य सरकार की ई-सखी की परिकल्पना सही मायने में सफल हो पाएगी। उन्हांेने जननी सुरक्षा योजना, राजश्री योजना, भामाशाह योजना, भामाशाह नामांकन एवं आधार सीडिंग, सामाजिक सुरक्षा योजनाआंे के बारे मंे विस्तार से संभागियांे को जानकारी दी। उन्हांेने निर्देश दिए कि संबंधित केन्द्र संचालक ई-मित्रांे का संचालन निर्धारित स्थान पर करें। उन्हांेने कहा कि किसी प्रकार की अनियमितता अथवा अधिक रूपए वसूलने की शिकायत मिलने पर ई-मित्र केन्द्र संचालकांे के खिलाफ प्रभावी कार्रवाई की जाएगी। उन्हांेने संभागियांे से दो  दिवसीय प्रशिक्षण के विभिन्न पहलूओं के बारे मंे विस्तार से जानकारी ली। सूचना एवं प्रौद्योगिकी विभाग के उप निदेशक मोहन कुमार चौधरी ने बताया कि ई-सखी योजना के तहत प्रत्येक गांव में 5-5 तथा शहरी क्षेत्रों के प्रत्येक वार्ड में 10 ई-सखी बनाई जाएंगी। यह प्रशिक्षण के उपरांत प्रत्येक ई-सखी 100 महिलाओं को सरकार की डिजिटल योजनाओं की जानकारी देकर लाभांवित करवाएगी। इस दौरान सांख्यिकी विभाग के सहायक निदेशक जसवंत गौड़ ने दो दिवसीय प्रशिक्षण के बारे मंे विस्तार से जानकारी दी। उन्हांेने बताया कि प्रशिक्षण के दौरान आई टी का सामान्य जीवन में व्यावहारिक उपयोग, राज्य सरकार की महत्वपूर्ण योजनाओं जैसे  भामाशाह योजना, भामाशाह स्वास्थ्य बीमा योजना, सामाजिक सुरक्षा पेंशन योजना, ई-मित्र, ई. पी.डी.एस. योजना, राजधरा पोर्टल, राज सम्पर्क पोर्टल के बारे में जानकारी दी गई। इस दौरान आनलाइन परीक्षा मंे प्रथम दस स्थानांे पर रहे सुभाष कंप्यूटर एज्यूकेशन एकेडमी, मां जगदम्बा कंप्यूटर एज्यूकेशन, मां कृपा कंप्यूटर एज्यूकेशन, रायल कंप्यूटर्स, श्रीराम कंप्यूटर एकेडमी, मां जगदम्बा कंप्यूटर एज्यूकेशन एकेडमी, मदर्स कंप्यूटर सेंटर, थार कंप्यूटर एज्यूकेशन, जय अंबे कंप्यूटर एज्यूकेशन के संचालकांे को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। दो दिवसीय प्रशिक्षण अलग-अलग सत्रों में मास्टर ट्रेनर ब्लॉक सांख्यिकी अधिकारी लालाराम चौधरी, दीपाराम, नेमाराम, प्रोग्रामर कमलेश कुमार, सूचना सहायक संजय कुलदीप, प्रदीप चावला, द्वारा प्रदान किया गया। इस अवसर पर सहायक प्रोग्रामर पन्नाराम, सूचना सहायक ओमप्रकाश समेत विभिन्न विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।





कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

लोकसभा आम चुनाव को लेकर 24 से 26 अप्रैल तक सूखा दिवस घोषित

बाड़मेर, 26 मार्च। आबकारी विभाग के संयुक्त शासन सचिव के निर्देशानुसार लोकसभा आम चुनाव 2024 के परिपेक्ष्य में सम्पूर्ण बाड़मेर व बालोतरा जिले म...