बाड़मेर, 19 जून। सरकारी विद्यालयांे मंे अब अगस्त माह तक सघन नामांकन अभियान चलाया जाएगा।
इस दौरान शत-प्रतिशत नामांकन और ठहराव पर जोर रहेगा। इस बार पूर्ण नामांकन एवं ठहराव
के लक्ष्य को प्राप्त करने वाली पंचायतों को “उजियारी पंचायत” के रूप में चिन्हित
कर सम्मानित किया जाएगा।
शिक्षा राज्य मंत्री वासुदेव देवनानी के मुताबिक विशेष नामांकन एवं ठहराव अभियान
के तहत घर-घर जाकर यह सुनिश्चित किया जाएगा कि विद्यालय जाने वाले आयु वर्ग के कोई
बालक-बालिका शिक्षा से वंचित नहीं रहे। सघन नामांकन अभियान के क्रियान्वयन के लिए शिक्षा
विभाग के ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज, महिला एवं बाल विकास, जिला प्रशासन का सहयोग से किया जाएगा। उनके अनुसार ‘उजियारी पंचायत’ का चयन इस आधार पर
किया जाएगा कि वहां पर 5-6 आयु वर्ग के सभी बालक-बालिकाओं का चिन्हिकरण कर उनका नामांकन कक्षा एक में करवा
दिया गया है। चयन का एक प्रमुख आधार यह भी होगा कि पंचायत में कक्षा 5, 8 एवं 10 में उत्तीर्ण बालक-बालिकाओं
का चिन्हिकरण किया जाकर नामांकन क्रमशः कक्षा 6,
9 एवं 11 में करवा दिया गया हैं। साथ ही अन्य कक्षाओं में उत्तीर्ण होने वाले बालक-बालिकाओं
का नामांकन अगली कक्षा में करवा दिया गया है। ‘उजियारी पंचायत’ के चिन्हिकरण के अंतर्गत
यह भी देखा जाएगा कि वहां पर विद्यालय में कोई भी विद्यार्थी 45 दिन या उससे अधिक
अवधि के लिए अनुपस्थित नहीं रहा है। यदि को विद्यार्थी 45 दिन या उससे अधिक
अवधि के लिए विद्यालय से अनुपस्थित रहा है तो उसे पुनः आयु अनुरूप कक्षा में प्रवेश
दिलाकर शिक्षण कार्य करवाया जा रहा है। नामांकन वृद्धि एवं ठहराव के लिए चलाए जाने
वाले सघन अभियान के तहत घर-घर सर्वे के दौरान चिन्हित समस्त आउट ऑफ स्कूल बच्चों को
विशेष शिक्षण करवाया जाकर आयु अनुरूप कक्षा में प्रवेश दिए जाने के लिए भी निर्देश
दिए गए है। देवनानी ने जनप्रतिनिधियों को भी नामांकन एवं ठहराव अभियान
के लिए विशेष सहयोग करने का आह्वान किया है। उन्हांेने जन प्रतिनिधियों को लिखे पत्र
में जिला प्रमुख, प्रधानांे, सरपंचों से शत प्रतिशत नामांकन और ठहराव में सक्रिय सहयोग की अपील करते हुए कहा
है कि हम सभी मिलकर यह सुनिश्चित करें कि एक भी बच्चा विद्यालय प्रवेश से वंचित नही
रहे।
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