बाड़मेर, 14 फरवरी। बाड़मेर जिले के तिलवाड़ा में आयोजित होने वाले श्री मल्लीनाथ पशु मेले में
अश्व वंशीय पशुओं को मेले में ले जाने से पूर्व नजदीकी पशु चिकित्सालय से अश्वों के
खून की जांच करवानी होगी।
जिला कलक्टर शिवप्रसाद मदन नकाते ने बताया कि अश्व वंशीय पशुओं में ग्लेण्डर्स
रोग की संभावना को मद्देनजर रखते हुए राज्य पशुपालन विभाग के निर्देशानुसार मार्च माह
में बाड़मेर जिले के तिलवाड़ा में आयोजित होने वाले श्री मल्लीनाथ पशु मेले में अश्व
वंशीय पशुओं को ले जाने से पूर्व नजदीकी पशु चिकित्सालय से समस्त अश्वों की खून की
जांच करवानी होगी। ग्लेण्डर्स रोग की वेलिड सेरोनिगेटिव रिपोर्ट प्राप्त करने के उपरान्त
ही अश्वों को मेले में प्रवेश दिया जाएगा।
पशुपालन विभाग के संयुक्त निदेशक डॉ. युग भूषण वधवा ने बताया कि जांच रिपोर्ट की अवधि
जांच तिथि से 28 दिवस तक की रहेगी। इसके अभाव में किसी भी अश्व चालक को अपने अश्व मेले में ले
जाने की अनुमति प्रदान नहीं की जाएगी।
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