ग्रामीणांे को स्वच्छ
भारत मिशन से जोड़ने के प्रयास रंग लाने लगे
बाड़मेर, 25 मई। स्वच्छ भारत मिशन के तहत बाड़मेर जिले मंे जागरूकता अभियान एवं ग्रामीणांे
को प्रोत्साहित करने की कार्य योजना की बदौलत अच्छे नतीजे आने लगे है। ग्रामीण स्वयं
अपने घरांे मंे शौचालयांे का निर्माण करवाने की पहल करने लगे है। चिड़िया ग्राम पंचायत
मंे चंदाराम ने ऐसी पहल करते हुए पक्का घर बनाने से पहले शौचालय का निर्माण करवाकर
आमजन को स्वच्छ भारत मिशन से जुड़ने का संदेश दिया है।
चिड़िया ग्राम पंचायत के पाउंडरी गांव निवासी चंदाराम कुछ माह पूर्व स्वच्छ भारत
अभियान के तहत आयोजित जागरूकता कार्यक्रम मंे पहुंचा था। इस दौरान स्वच्छ भारत मिशन
अभियान से जुड़े प्रशासनिक अधिकारियांे, केयर्न इंडिया एवं आरडीओ टीम ने स्वच्छता के विविध पहलूआंे की जानकारी देते हुए
कहा कि कम से अपने परिवार की इज्जत की खातिर तो ग्रामीणांे को अपने घरांे मंे शौचालय
का निर्माण करवा लेना चाहिए। उन्हांेने शौचालय नहीं होने के दुष्प्रभावांे के साथ विशेषकर
ग्रामीण महिलाआंे को इसके अभाव मंे होने वाली दिक्कतांे से रूबरू कराया। इस पर चंदाराम
सरीखे कई अन्य ग्रामीणांे ने तय किया कि अपने घर मंे शौचालय निर्माण करवाने के साथ
उसका उपयोग भी करेंगे। हालांकि चंदाराम का पक्का आशियाना नहीं था, फिर भी उसने तय किया
कि वह पहले शौचालय बनाएगा। उसने ग्राम पंचायत एवं आरडीओ टीम से संपर्क किया। ग्राम
पंचायत की पहल से उसके घर मंे शौचालय निर्माण की स्वीकृति जारी हुई। अब उसने अपने घर
मंे शौचालय का निर्माण करवाने के साथ उसका उपयोग करना शुरू कर दिया है। घर मंे शौचालय
का निर्माण होने से चंदाराम की पत्नी कमलादेवी भी बेहद खुश है। लाभार्थी चंदाराम का
कहना है कि उसने तय किया था कि पक्के घर से पहले शौचालय बनाएगा, वो उसका सपना साकार
हो गया है। बाड़मेर जिले मंे स्वच्छ भारत मिशन
के तहत शौचालय निर्माण के बाद ग्रामीणांे को उसका नियमित रूप से इस्तेमाल करने पर केयर्न
इंडिया और आरडीओ की ओर से 2500 रूपए प्रोत्साहन राशि भी दी जा रही है।
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