अवैध शराब के निर्माण में लगे परिवारों के पुनर्वास को पुख्ता प्रबंध
बाड़मेर, 27 जुलाई। जिले में नवजीवन योजना के बेहतर क्रियान्वयन के लिए जिला कलक्टर लोक बंधु ने विस्तृत योजना बनाने एवं नवजीवन योजना में शामिल 30 जातियों की आबादी के अनुपात में विस्तृत सर्वे कराने के निर्देश दिए हैं। वह बुधवार को योजना की समीक्षा कर रहे थे।
इस मौके पर जिला कलक्टर ने कहा कि नवजीवन योजना का मूल उद्देश्य अवैध शराब निर्माण में लगे परिवारों का पुनर्वास तथा पुनरुद्धार करना है। इसके जरिए इन परिवारों को आजीविका एवं संसाधन मुहैया कराए जाते हैं। साथ ही इन परिवारों से संबंधित बच्चों को शिक्षा की मुख्यधारा से जोड़ा जाता है। उन्होंने जिले में अवैध शराब के निर्माण से जुड़े परिवारों के सर्वे में चिन्हित परिवारों को समाज की मुख्यधारा से जुड़ने एवं उनके आर्थिक उन्नयन के लिए प्रभावी कार्ययोजना बनाने को कहा। उन्होंने इन परिवारों के स्वास्थ्य के स्तर एवं इनके बच्चों को शिक्षा से जोड़ने के निर्देश दिए। उन्होने नवजीवन योजना के अन्तर्गत परिवारों को रोजगार के साधन मुहैया कराने एवं आवासीय पट्टे दिलाने तथा पात्र परिवारों के पुनद्धार के लिए कौशल आधारित प्रशिक्षण देने को कहा ताकि ऐसे लोगों को रोजगार के साधन मुहैया हो सके एवं आवश्यकता अनुसार ऋण भी उपलब्ध कराए जा सके।
इस मौके पर महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा इस वर्ग से जुड़े परिवारों के बच्चों के कुपोषण की स्थिति, शिक्षा विभाग द्वारा बच्चों के विद्यालयों में प्रवेश तथा अग्रणी बैंक प्रबन्धक द्वारा स्वरोजगार एवं बैंक ऋण के बारे में जानकारी कराई।
इससे पूर्व सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के सहायक निदेशक पुखराज सारण ने नवजीवन योजना के उद्देश्य एवं लक्षण से अवगत कराया।
बैठक में जिला परिषद के परियोजना अधिकारी,लेखा जीयाराम बेनीवाल, मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी भीखाराम प्रजापत, अग्रणी जिला प्रबन्धक गिरधारीलाल समेत विभागीय अधिकारी उपस्थित रहें।
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