बाडमेर, 18 अप्रेल। जिले में अल्प संख्यक समुदाय के कल्याण के लिए चलाए जा रहे पन्द्रह सूत्री कार्यक्रम की समीक्षा बैठक सोमवार सांय जिला कलेक्टर लोक बंधु की अध्यक्षता में आयोजित हुई।
इस अवसर पर जिला कलेक्टर बंधु ने बताया कि जिले में अल्पसंख्यकों की आबादी के अनुपात में उनकी सभी विकास योजनाओ में भागीदारी सुनिश्चित होनी चाहिए। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार की योजनाओं एवं कल्याणकारी कार्यक्रमों में अल्पसंख्यक समुदाय को अनुपातः लाभान्वित करने के लिए माइक्रो मोनिटरिंग की जानी चाहिए। सरकार ने अल्प संख्यकों का कल्याण सुनिश्चित करने के लिए पृथक से अल्प संख्यक कल्याण मामलात विभाग का गठन इसी उद्देश्य से किया गया है।
उन्होने बताया कि उनके माध्यम से जिले में अल्प संख्यक के कल्याण के कार्यक्रमों का प्रभावी क्रियान्वयन करने के साथ साथ विभिन्न विभागों के मध्य बेहतर समन्वय के द्वारा सभी योजनाओं के लाभार्थियों में अल्प संख्यकों की समुचित भागीदारी सुनिश्चित की जाए।
जिला कलेक्टर ने सरकार द्वारा संचालित सभी योजनाओं में लाभार्थियों के आंकडे निकाल कर उनमें अल्प संख्यक समुदाय के लाभान्वितों को भी सुचीबद्ध करने के निर्देश दिए। पन्द्रह सूत्री कार्यक्रम की बिन्दुवार समीक्षा के पश्चात् उन्होने कहा कि अल्प संख्यक समुदाय के व्यक्तियों को प्राथमिकता से ऋण मुहैया कराया जाएगा। साथ ही अल्पसंख्यक बहुल्य ब्लाकों में शिक्षण संस्थानों में आबादी के अनुसार उनके बच्चों का नामांकन भी हो।
उन्होने अल्प संख्यक बाहुल्य गांव में एकीकृत बाल विकास योजना व सेवाओं की समुचित उपलब्धता, विद्यालयी शिक्षा की उपलब्धता को सुधारना तथा उर्दू शिक्षण के लिए संसाधन व विकल्प सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होने जिले में मदरसा शिक्षा के आधुनिकीकरण के कार्य की समीक्षा की। जिला कलेक्टर ने अल्प संख्यक समुदाय के मेघावी विद्यार्थियों के लिए पूर्व मेट्रिक, उत्तर मेट्रिक एवं मेरिट कम मीन्स छात्रवृति योजनाओं के लाभान्वितों के बारे में जानकारी लेते हुए उक्त योजनाओं का व्यापक प्रचार प्रसार करने के निर्देश दिए ताकि अधिकाधिक अल्प संख्यक समुदाय के बच्चे लाभान्वित हो सकें।
इससे पूर्व मुख्य कार्यकारी अधिकारी मोहनदान रतनू ने प्रगति से अवगत कराया। जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी अमीन खां ने विभाग के कार्यकलापों की जानकारी दी।
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