बाड़मेर, 13 सितंबर। मुख्यमंत्री जल स्वावलंबन अभियान मंे आमजन की भागीदारी जरूरी है। आमजन
एवं जन प्रतिनिधियांे की सक्रिय भागीदारी से जल संरक्षण के प्रति जागरूक करने वाले
यह योजना सफल हो पाएगी। जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एम.एल.नेहरा ने बुधवार
को कलेक्ट्रेट कांफ्रेस मंे मुख्यमंत्री जल स्वावलंबन अभियान के तहत आयोजित जन प्रतिनिधियांे
की एक दिवसीय कार्यशाला के दौरान यह बात कही।
इस दौरान जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एम.एल.नेहरा ने कहा कि इस अभियान
के जरिए जल संरक्षण मंे आमजन की भागीदारी सुनिश्चित करने का प्रयास किया जाना है। उन्हांेने
कहा कि इसके तहत जल संरक्षण के कार्याें को प्राथमिकता दी जाए। उन्हांेने कहा कि इस
अभियान को जन-जन का अभियान बनाते हुए इस प्रकार कार्य करें कि लक्ष्य के अनुरूप सफल
हो सकें। उन्होंने अभियान से जुड़े विभागों के अधिकारियों एवं जन प्रतिनिधियांे से कहा
कि इस अभियान के तृतीय चरण का सर्वे संयुक्त
रूप से किया जाए। उन्हांेने अभियान के तृतीय चरण का सर्वे कार्य प्राथमिकता से पूर्ण
करने के निर्देश दिए। उन्हांेने पंचायत समिति स्तर पर भी मुख्यमंत्री जल स्वावलंबन
अभियान के तहत प्रशिक्षण आयोजित करवाने के निर्देश दिए। कार्यशाला मंे मुख्यमंत्री
जल स्वावलंबन अभियान मंे चिन्हित ग्राम पंचायतों के सरपंचांे, प्रधान एवं अन्य जन
प्रतिनिधियांे के साथ विभागीय अधिकारी शामिल हुए।
इस दौरान अधीक्षण अभियंता बलवीरसिंह ने प्रोजेक्टर के जरिए मुख्यमंत्री जल स्वावलंबन
अभियान के बारे मंे विस्तार से जानकारी दी। उन्हांेने कहा कि मुख्यमंत्री जल स्वावलंबन
अभियान के प्रथम एवं द्वितीय चरण मंे रही कमियांे को दूर करते हुए जल संरक्षण के कार्याे
को कार्य योजना मंे शामिल किया जाए। कार्यशाला के दौरान संभागियांे की ओर से मुख्यमंत्री
जल स्वावलंबन अभियान की गतिविधियांे की विस्तार से जानकारी देने के साथ योजना की क्रियान्विति
से संबंधित शंका समाधान किया गया।
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