बाडमेर, 03 अगस्त। बाड़मेर जिले मंे अतिवृष्टि से प्रभावित 142 गांवो में से 110 गांवों में पेयजल
आपूर्ति बहाल कर दी गई है। अन्य गांवांे मंे जलापूर्ति सुचारू करने के प्रयास किए जा
रहे है।
जिला कलक्टर शिवप्रसाद मदन नकाते ने बताया कि जिले मंे अतिवृष्टि एवं नदियांे मंे
पानी की आवक के कारण 142 गांवांे मंे जलापूर्ति प्रभावित हो गई थी। जन स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियांे
एवं कार्मिकांे ने युद्व स्तर पर कार्य करते हुए 81 गांवांे मंे जलापूर्ति सुचारू कर दी है। उन्हांेने बताया कि
धोरीमन्ना पंचायत समिति क्षेत्र के 20, गुड़ामालानी के 30, सिणधरी के 12, बालोतरा के 9, सिवाना एवं समदड़ी क्षेत्र के 14, बाड़मेर के 19, शिव के 6 गांवांे मंे जलापूर्ति प्रारंभ कर दी गई है। जलदाय विभाग के अधीक्षण अभियंता नेमाराम
परिहार ने बताया कि जिले मंे विभिन्न स्थानांे पर बाधित हुई जलापूर्ति को प्रारंभ करने
के लिए जलदाय विभाग की टीमंे लगातार कार्य रही है। जलदाय विभाग के प्रमुख शासन सचिव
रोहित मिश्रा ने भी अतिवृष्टि से प्रभावित इलाकांे का दौरा कर बाधित जलदाय योजनाआंे
को प्राथमिकता से शुरू करने के निर्देश दिए। उनके मुताबिक पानी के तीव्र बहाव से बालोतरा
शहर, बिठूजा, सिणधरी, समदडी तथा गुडामालानी, राणीगांव, बालेरा समेत विभिन्न स्थानो पर राईजिंग मैन क्षतिग्रस्त होकर बह गई थी। इसके अलावा
पानी भराव होने से 73 जलस्त्रोत पानी में डूब गए। इसी तरह बालोतरा शहर के लिए 3 राइजिंग मैन लूनी
नदी में क्षतिग्रस्त होकर बह गई। परिहार ने बताया कि बालोतरा शहर के लिए बिठुजा किटनोद
में 14 नलकूप पुनः चालू कर दिए गए है। इससे बालोतरा शहर के 52 में से 46 जोन की पेयजल आपूर्ति
बहाल कर सप्ताह में एक बार जलापूर्ति की जा रही है। टाबों का धोरा स्थित जलस्रोत से
गुडामालानी कस्बे के लिए मुख्य 10 इंच पाइप लाइन पानी में बह गई है। इससे गुडामालानी कस्बे में भी जलापूर्ति प्रभावित
हुई है। मौजूदा समय मंे गुडामालानी कस्बे में दो स्थानीय नलकूपांे के माध्यम से जलापूर्ति
की जा रही है। इसके अलावा गुडामालानी में एक नलकूप निर्माण के लिए एक रिंग मशीन लगाकर
निर्माण कार्य प्रारंभ कर दिया है।
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