जन प्रतिनिधियांे एवं
अधिकारियांे को दी पंडित दीनदयाल उपाध्याय विशेष योग्यजन शिविर
की जानकारी।
बाड़मेर, 05 जून। पंडित दीनदयाल उपाध्याय विशेष योग्यजन शिविरांे के दौरान कोई भी दिव्यांग
चिन्हीकरण एवं पंजीयन से वंचित नहीं रहना चाहिए। दिव्यांगांे के पंजीयन एवं उनको सरकारी
सुविधाआंे से लाभांवित करवाकर इस सामाजिक सरोकार के कार्य मंे सब मिलकर भागीदारी निभाएं।
जिला कलक्टर शिवप्रसाद मदन नकाते ने सोमवार को जिला मुख्यालय पर राज्य स्तरीय वीडियो
कांफ्रेसिंग के उपरांत जिला स्तरीय अधिकारियांे से यह बात कही।
जिला कलक्टर शिवप्रसाद
मदन नकाते ने कहा कि दिव्यांगांे के पंजीकरण का अटल सेवा केन्द्र एवं अन्य स्थानांे
पर स्थित ई-मित्र केन्द्रांे पर निःशुल्क किया जाना है। उन्हांेने कहा कि दिव्यांगांे
की पहचान के साथ उनका पंजीकरण करवाने मंे जन प्रतिनिधियांे का भी सहयोग लिया जाए। अधिकाधिक
प्रचार-प्रसार के जरिए आमजन तक इस अभियान की जानकारी पहुंचाई जाए, ताकि अधिकाधिक दिव्यांगांे
का पंजीकरण करवाकर राज्य सरकार की मंशा के अनुरूप विभिन्न योजनाआंे से उनको लाभांवित
कराया जा सके। जिला कलक्टर नकाते ने शिक्षा विभाग, महिला एवं बाल विभाग,
ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज विभाग, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य
विभाग समेत विभिन्न विभागीय अधिकारियांे को राज्य सरकार के निर्देशांे के अनुरूप समुचित
कार्यवाही सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्हांेने जिला प्रमुख श्रीमती प्रियंका
मेघवाल से भी जिला परिषद सदस्यांे एवं अन्य जन प्रतिनिधियांे के जरिए इस अभियान मंे
सहयोग करवाने का अनुरोध किया। इससे पहले सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री अरूण चतुर्वेदी, मुख्य सचिव ओ.पी.मीणा, अतिरिक्त मुख्य सचिव
अशोक जैन, निदेशक डा.समित शर्मा समेत विभिन्न विभागीय अधिकारियांे ने वीडियो कांफ्रेसिंग
के जरिए जिला एवं ब्लाक स्तरीय अधिकारियांे एवं जन प्रतिनिधियांे से संवाद कर आगामी
12 सितंबर तक चलने वाले
दीनदयाल उपाध्याय विशेष योग्यजन शिविर के दौरान दिव्यांगांे की पंजीयन प्रक्रिया, अभियान के उददेश्य,पंजीयन के लिए आवश्यक
दस्तावेजांे के बारे मंे विस्तार से जानकारी दी। इस दौरान सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता
मंत्री अरूण चतुर्वेदी ने इस अभियान को मानवता की सेवा मंे महत्वपूर्ण कदम बताते हुए
सबको मिलकर कार्य करने की बात कही। वीडियो कांफ्रेसिंग के दौरान बताया गया कि पंडित
दीनदयाल उपाध्याय विशेष योग्यजन शिविर 2017 के अन्तर्गत शुरूआती दौर मंे समस्त दिव्यांगों का चिन्हिकरण किया जाकर पंजीयन
किया जाएगा। अभियान के दौरान दिव्यांगों को प्रमाण पत्र जारी किए जाएंगे। दिव्यांगों
को आवश्कतानुसार कृत्रिम अंग एवं सहायक उपकरण वितरित किए जाएंगे। इन शिविरों में दिव्यंागों
के यूनिक डिसेबीलिटी आईडी कार्ड जारी किए जाएंगे। रोडवेज की बसों में यात्रा करने वाले
दिव्यांगों के लिए पास उपलब्ध करवाए जाएंगे। दिव्यांगों को स्वरोजगार एवं अन्य आवश्यकताओं
के लिए नियमानुसार ऋण भी दिए जाएंगे। पात्र विद्यार्थियों को पालनहार योजना से जोड़ने
का कार्य भी शिविरों में किए जाएंगे। वीडियो कांफ्रेसिंग मंे बताया कि राज्य में लगभग
15 लाख दिव्यांग है।
इनमे से लगभग 4 लाख सामाजिक सुरक्षा पेंशन योजना से जुड़े हुए है। पंडित दीनदयाल उपाध्याय विशेष
योग्यजन शिविर 2017 के अन्तर्गत विभिन्न योजनाओं से वंचित दिव्यांगों का चिन्हिकरण कर उन्हें लाभान्वित
किया जाएगा। इस दौरान मुख्य सचिव ओ.पी.मीणा ने बताया कि दिव्यांगजन अधिकार अनिनियम
2016 के अन्तर्गत 21 प्रकार की श्रेणियां निर्धारित की गई है। इन समस्त श्रेणियों के दिव्यांगों को
शिविरों के दौरान लाभान्वित किया जाएगा। इसके लिए दिव्यांग को ई-मित्र केन्द्र अथवा
अपने मोबाइल द्वारा ऑनलाइन पंजीयन कराना होगा। पंजीकृत दिव्यांगों को शिविर लगाकर लाभान्वित
किया जाएगा। निदेशक डा.समित शर्मा ने बताया कि यह विशेष योग्यजन शिविर तीन चरणों में
सम्पादित किए जाएंगे। इसके तहत 1 जून से 24 सितम्बर तक दिव्यांगों को चिन्हिकरण एवं पंजीयन होगा। यह कार्य ई-मित्रा, अटल सेवा केन्द्र के
साथ-साथ पोर्टल पर सीधे ही किया जा सकेगा। द्वितीय चरण के अन्तर्गत 25 सितम्बर से 12 दिसम्बर तक विधानसभा
स्तर पर कैम्प आयोजित कर दिव्यांग व्यक्तियों का प्रमाणिकरण किया जाएगा। तृतीय चरण
13 दिसम्बर से आरम्भ
होकर 31 मार्च 2018 तक चलेगा। इसमें जिला स्तर पर कैम्प आयोजित कर कृत्रिम अंग एवं सहायक उपकरण वितरित
किए जाएंगे। इस अवसर पर जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एम.एल.नेहरा, अतिरिक्त जिला कलक्टर
ओ.पी.बिश्नोई, अतिरिक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी डा.गुंजन सोनी, मुख्य चिकित्सा एवं
स्वास्थ्य अधिकारी डा.हेमराज सोनी, प्रमुख चिकित्सा अधिकारी डा.बी.एल.मंसूरिया समेत विभिन्न गैर सरकारी संगठनों के
प्रतिनिधि एवं विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।
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