बाड़मेर, 03 मई। सड़क हादसों मंे अक्सर किसी व्यक्ति के घायल या मौत होने पर उसके परिवार के
साथ विशेषकर महिला सदस्य ज्यादा प्रभावित होती है। कई बार पूरे परिवार के भरण-पोषण
की जिम्मेदारी उस पर आ जाती है। इसलिए महिलाआंे को यह प्रण लेना होगा कि वे अपने परिवार
में से किसी भी सदस्य पुरूष, बालक या बालिका को बिना सड़क सुरक्षा के नहीं जाने देंगे। खासकर हेलमेट और सीट बेल्ट
के प्रयोग के लिए बाध्य करेंगे। महिला मंडल बाड़मेर आगोर की सचिव सराना अख्तर ने सार्वजनिक
निर्माण विभाग एवं विश्व बैंक के सहयोग से चलाए जा रहे ग्राम स्तरीय सड़क सुरक्षा एवं
शिक्षा जागरूकता कार्यक्रम के दौरान यह बात कही।
इस दौरान सराना अख्तर ने कहा कि जब भी महिलाएं किसी काम का बीडा उठा लेती है तो
उस काम मंे अवश्य सफलता मिलती है। उन्हांेने इस दौरान सभी संभागियों को सड़क सुरक्षा
की शपथ दिलाई। साथ ही महिलाएं करंे तैयारी,
सड़क सुरक्षा अब हमारी भी जिम्मेदारी नारे लगवाए। इस दौरान संस्थान
निदेशक आदिल भाई ने संभागियांे को संबोधित करते हुए अभियान की रूपरेखा के बारे मंे
विस्तार से जानकारी दी। उन्हांेने बताया कि प्रत्येक दिन छह टीमों के सहयोग से लगभग
650 से 700 लोगों तक विभिन्न
माध्यमांे से सुरक्षित सड़क नियमांे संबंधित जागरूकता संदेश पहुंचाया जा रहा है। साथ
ही सड़क सुरक्षा अभियान के तहत किए गए कार्याें की बारीकी से समीक्षा की जा रही है।
इस अवसर पर संस्थान प्रबन्धक मुकेश द्विवेदी ने सभी टीम लीडर एवं सदस्यों से अभियान
को बेहतर बनाने के लिए सुझाव मांगे। उन्हांेने कहा कि उन सुझावों को लागू किया जा रहा
है जिसका परिणाम ज्यादा से ज्यादा संख्या में लोगों की भागीदारी के रूप में दिखाई दे
रहा है। उन्होंने बताया कि गुरूवार को यह अभियान चौहटन तहसील की ग्राम पंचायतों में
किया गया है और शुक्रवार से रामसर तहसील में अभियान का आयोजन होगा। उनके मुताबिक इस
अभियान में महिला संभागियों की भागीदारी बढाने के साथ विभिन्न गतिविधियों, फिल्म प्रदर्शन, नुक्कड नाटक, प्रदर्शनी को ज्यादा
से ज्यादा रोचक बनाने के साथ कार्यक्रम पूर्व प्रचार प्रसार के जरिए ज्यादा से ज्यादा
लोगांे तक सड़क सुरक्षा की जानकारी पहुंचाई जा रही है। इस अभियान में टीम लीडर निर्मला
व्यास, दशरथ सिंह जाट, मनदीप, जगाराम, फहीम खां एवं ईषराराम के साथ अन्य सड़क सुरक्षा संदर्भ व्यक्ति कमला, भूराराम, बबीता जीवनानी, कंचन कुमारी, सुमन, चन्दा फुलवारियां, गजेन्द्र, महबूब खां, संजीव सैनी, भुट्टा खां, ज्योति सिंह, अन्जु जाट, मदीना, सरस्वती सक्रिय भूमिका
निभा रहे है।
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