बाड़मेर, 14 मार्च। बाड़मेर मंे मातृ-शिशु मृत्यु दर को कम करने के लिए यूरोपियन कमीशन के सहयोग
से कार्य योजना बनेगी। इसको लेकर बुधवार को कलेक्ट्रेट कांफ्रेस हाल मंे जिला कलक्टर
शिवप्रसाद मदन नकाते की मौजूदगी मंे यूरोपियन कमीशन के प्रतिनिधियांे ने मातृ-शिशु
मृत्यु दर से जुड़े विविध पहलूआंे पर विचार-विमर्श किया।
इस दौरान जिला कलक्टर शिवप्रसाद मदन नकाते ने बाड़मेर जिले मंे मातृ-शिशु मृत्यु
दर कम करने की दिशा मंे किए जा रहे प्रयासांे,
आधारभूत सुविधाआंे एवं प्रस्तावित कार्य योजना के संबंध मंे
सुझावांे के साथ अन्य विविध पहलूआंे से रूबरू कराया। जिला कलक्टर नकाते ने कहा कि बाड़मेर
जिले मंे विकट भौगोलिक परिस्थितियांे के साथ दूरस्थ इलाकांे तक पर्याप्त स्वास्थ्य
सुविधाएं नहीं होने से काफी दिक्कतांे का सामना करना पड़ता है। उन्हांेने यूरोपियन कमीशन
के प्रतिनिधियांे से बाड़मेर जिले को लेकर कार्य योजना बनाने के लिए कहा। उन्हांेने
कहा कि चिकित्सकीय स्टाफ को प्रोत्साहन राशि एवं दूरस्थ इलाकांे तक चिकित्सकीय सुविधाआंे
की पहुंच सुनिश्चित करते हुए मातृ-शिशु मृत्यु दर को कम किया जा सकता है। इस दौरान
यूरोपियन कमीशन के प्रतिनिधियांे ने बाड़मेर जिले से जुड़े विविध पहलूआंे के बारे मंे
जानकारी लेते हुए कहा कि आगामी दिनांे मंे विस्तार से कार्य योजना तैयार की जाएगी।
इस दौरान महिला एवं बाल विकास विभाग के उप निदेशक जीतेन्द्रसिंह नरूका, मुख्य चिकित्सा एवं
स्वास्थ्य अधिकारी डा.कमलेश चौधरी, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के सहायक निदेशक ने विभागीय योजनाआंे, संसाधनांे के बारे
मंे विस्तार से जानकारी दी। इस दौरान जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एम.एल.नेहरा
समेत विभिन्न विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।
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