मुख्यमंत्री श्रीमती
वसुन्धरा राजे ने राज विकास की बैठक मंे निर्देशांे की क्रियान्विति की समीक्षा की
बाड़मेर, 21 दिसंबर। मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे ने महत्वपूर्ण विकास परियोजनाओं की
नियमित मॉनीटरिंग के लिए शुरू किए गए नवाचार ‘राजविकास‘ के सकारात्मक परिणामों
पर खुशी व्यक्त करते हुए कहा कि विकास की यह रफ्तार ऐसे ही बनी रहे, ताकि सब मिलकर राजस्थान
को विकास का मॉडल स्टेट बना सकें। श्रीमती राजे गुरूवार को मुख्यमंत्री कार्यालय में
राजविकास की सातवीं बैठक में पिछली बैठकों में दिए गए निर्देशों की क्रियान्विति की
समीक्षा कर रही थीं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हम विकास की गति बढ़ाने के लिए सिस्टम की रि-इंजीनियरिंग
कर रहे हैं। हमारा प्रयास है कि नियमों और प्रक्रियाओं का सरलीकरण हो तथा जनहित में
त्वरित निर्णय लेकर विकास परियोजनाओं में लगने वाले समय और लागत में कमी लाएं। उन्होंने
कहा कि परियोजनाएं समय पर पूरी होंगी तो इनका फायदा आमजन को मिलेगा और राजस्थान देश
में एक तेजी से बदलते राज्य के रूप में अपनी पहचान बनाए रख सकेगा।
श्रीमती राजे ने राजस्थान को मार्च-2018 तक खुले में शौच से मुक्त बनाने के लक्ष्य की समीक्षा करते हुए कहा कि हमारे शहर
देश के टॉप-50 स्वच्छ शहरों में स्थान बनाएं। साथ ही प्रमुख शहर टॉप-10 में भी शामिल हों।
इसके लिए जनवरी माह में शुरू होने वाले स्वच्छता सर्वेक्षण के सभी मापदंड पूरे करें
और जनप्रतिनिधियों तथा आमजन को इस मुहिम से जोड़ें। उन्होंने कहा कि शहर की स्वच्छता
रैंकिंग को वहां के लोगों के लिए गौरव का विषय बनाएं। मुख्यमंत्री ने विभिन्न जिला
कलक्टरों से स्वच्छ भारत अभियान की प्रगति की जानकारी ली और कहा कि शौचालय निर्माण
के काम में तेजी लाकर अपने-अपने जिले को शीघ्र ओडीएफ बनाएं। इस दौरान बाड़मेर जिला कलक्टर
शिवप्रसाद मदन नकाते ने स्वच्छ भारत मिशन एवं प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण की प्रगति
से मुख्यमंत्री को अवगत कराया। उन्हांेने कहा कि बाड़मेर जिले को खुले मंे शौच से मुक्त
कराने के लिए समन्वित प्रयास किए जा रहे हैं। मुख्यमंत्री श्रीमती राजे ने पोकरण-फलसूंड-
बालोतरा लिफ्ट वाटर सप्लाई प्रोजेक्ट समेत अन्य पेयजल परियोजनाओं का काम भी जल्दी पूरा
करने के निर्देश दिए।
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