वीडियो कांफ्रेसिंग
मंे दिए वोटर हैल्प लाइन के संबंध मंे निर्देश
बाड़मेर, 16 जनवरी। मतदाताओं की समस्याओं के समाधान के लिये प्रत्येक जिले मंे 25 जनवरी तक वोटर हैल्पलाइन
को क्रियाशील किया जाए। इस हैल्पलाईन में हिन्दी, अंग्रेजी एवं स्थानीय भाषा का उपयोग किया जाए। भारत निर्वाचन
आयोग की ओर से बुधवार को वीडियो कांफ्रेसिंग के माध्यम से वोटर हैल्प लाइन मुख्य निर्वाचन
अधिकारियों, जिला निर्वाचन अधिकारियों यह निर्देश दिए गए।
निर्वाचन आयोग के अधिकारियों ने बताया कि 1950 टोल फ्री नम्बर के साथ जिले के फोन नम्बर आमजन के लिए उपलब्ध करवाने होंगे। इस
कार्य के लिए बेसिक लाइन नंबर होगा। इस दूरभाष नम्बर को वोटर हैल्प लाइन के अलावा अन्य
कार्यों में उपयोग नही किया जाएगा तथा इसमें आउटगोईंग की सुविधा नही होनी चाहिए। अधिकारियों
ने बताया कि हैल्प लाइन के माध्यम से टोल फ्री सुविधा देनी होगी। निर्देशांे के मुताबिक
इसके लिए अलग से एक कक्ष स्थापित किया जाए,
जिसमें सीसी टीवी कैमरा,
फोन रिकोर्डिंग की सुविधा, कम्प्यूटर प्रिन्टर,
स्कैनर एवं इन्टरनेट की सुविधा उपलब्ध करवानी होगी। हैल्पलाईन
के माध्यम से एवं एनजीएसपी पोर्टल से प्राप्त शिकायतों को पंजिका में दर्ज करना होगा।
सभी तरह की शिकायतों का समाधान ऑनलाईन किया जाएगा। कोई आवेदन पत्र ऑफलाइन आने पर उसे
ऑनलाईन कर आवश्यक कार्यवाही की जाएगी। उन्होंने कहा कि वोटर हैल्पलाइन में अनुभवी कार्मिकों
को लगाया जाए। साथ ही 10 प्रतिशत से अधिक कॉल ड्राप नही होनी चाहिए। जो कार्मिक लगाये गये है, उन्हें प्रशिक्षण दिया
जाए। चुनाव से संबंधित विभिन्न गतिविधियों एवं स्वीप के माध्यम से 1950 का प्रचार किया जाए।
अतिरिक्त जिला कलक्टर एवं उप जिला निर्वाचन अधिकारी राकेश कुमार ने बताया कि बाड़मेर
जिले मंे वोटर हैल्प लाइन की स्थापना कर दी गई है। वीडियो कांफ्रेसिंग मंे उप जिला
निर्वाचन अधिकारी राकेश कुमार,रिटर्निंग अधिकारी, जिला सूचना एवं विज्ञान अधिकारी दिलीप जैन,
सूचना एवं प्रौद्योगिकी विभाग के उपनिदेशक मोहन कुमार सिंह चौधरी
समेत विभिन्न विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।