बाड़मेर, 06 जनवरी। शिक्षक विद्यालय प्रबंधन की धुरी होते है। एक कुशल संस्था प्रधान ही विद्यालय
का संचालन प्रभावी तरीके से कर सकता है। विद्यालय अध्ययन करने वाले बच्चे हमारी बौद्विक
संपदा है उसे कुशलता पूर्वक तराशकर योग्य, होनहार व राष्ट्रभक्त नागरिक बनाया जा सकता है। जिला शिक्षा अधिकारी प्रारम्भिक
कन्हैया लाल देदवाल ने राज्य सरकार द्वारा चलाए जा रहे दस दिवसीय इंडेक्शन प्रोग्राम
के तहत चल रहे श्री कुम्भराम आर्य उच्च माध्यमिक शिक्षण संस्थान चौहटन में शिक्षको
को संबोधित करते हुए यह बात कही।
देदवाल ने शिविर में ज्ञान संपर्क पोर्टल,
ऑफलाइन व ऑन लाइन सूचना,
एसडीएमसी, एसएमसी, एसआईक्यूई, विद्यालय अभिलेख संधारित करने की जानकारी प्रदान की। इस अवसर पर उन्होने शिक्षकों
को विभिन्न समस्याओं को भी शीघ्र ही निस्तारित करने हेतु पूर्णरूप से आश्वस्त किया।
इस अवसर पर सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग के सहायक निदेशक नानक चन्द चन्द्रोदय ने
अपने उद्बोधन में कहा कि शिविर में प्राप्त प्रशिक्षण को आत्मसात कर विद्यालयों में
व्यवहारिक रूप से क्रियान्वित करें। उन्होने कहा कि विद्यालय प्रबन्धन की व्यवस्था
को दृष्टिगत रखते हुए राज्य सेवा नियमों की जानकारी रखना भी आवश्यक है।
शिविर में सहायक ब्लॉक शिक्षा अधिकारी केशरदान रतनू ने कहा कि शिक्षक शिविर में
पूर्ण रूचि से प्रशिक्षण प्राप्त कर, दैनन्दनी दस दिवसीय डायरी में प्रतिदिन की गतिविधियों को नोट करें एवं शिक्षक इसमें
दर्ज बिन्दुओं को अपने कार्य में व्यवहारिक रूप से अपनाए।
इस दौरान भंूकाराम सहू ने अपने विचार व्यक्त किए तथा संस्था प्रधान तरूण चौधरी
ने सभी का आभार व्यक्त किया।