बाड़मेर, 06 जुलाई। इस बार 10 जुलाई को जिला, ब्लाक एवं ग्राम पंचायत स्तर पर वन महोत्सव मनाया जाएगा। इस दौरान मुख्यमंत्री
जल स्वावलम्बन अभियान के द्वितीय चरण के तहत आने वाले गांवों मंे पौधारोपण किया जाएगा।
जिला कलक्टर शिवप्रसाद मदन नकाते ने बताया कि वन महोत्सव कार्यक्रम के व्यापक प्रचार-प्रसार
के साथ-साथ समारोह मे जन प्रतिनिधियों और गणमान्य व्यक्तियों एवं आम जन की भागीदारी
सुनिश्चित करने के लिये निर्देश दिए गए है। इसके अलावा वन महोत्सव में स्वयंसेवी संगठनों, आम जन, वनकर्मियों, अध्यापकों, नर्सिगकर्मियांे, आशा सहयोगिनियों, आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं, कृषि विस्तार अधिकारियों
एवं अन्य कार्मिकांे की सहभागिता पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए गए है। उन्हांेने
बताया कि वन महोत्सव के अवसर पर सभी प्रतिभागियों को वन एवं पर्यावरण के संरक्षण की
शपथ दिलाई जाएगी। उन्होंने वन विभाग के अधिकारियों को समारोह स्थल पर पर्याप्त वृक्षारोपण
करने के लिए पौधे उपलब्ध कराने, पौधारोपण के लिए गड्ढे तैयार कराने एवं आवश्यकतानुसार ट्री गार्ड की व्यवस्था के
बारे में निर्देश दिए है। इधर, वन एवं पर्यावरण विभाग
के अतिरिक्त मुख्य सचिव निहाल चन्द गोयल ने वन महोत्सव की तैयारियों के सिलसिले में
विस्तृत दिशा-निर्देश भेजे हैं। निर्देशांे के मुताबिक मुख्यमंत्री जल स्वावलम्बन अभियान
का द्वितीय चरण प्रदेश के 4200 गांवों में क्रियान्वित किया जा रहा है। जल की कमी से जुझने वाले प्रदेश में आम
जन को पानी एवं आजीविका के संसाधनों में वृद्वि के लिए इस अभियान के तहत एक लाख से
अधिक जल संरक्षण संरचनाएं तथा 60 लाख पौधे गांवों व शहरों में रोपित कर हरियाली से आच्छादित किया जाना है। मुख्यमंत्री
जल स्वावलम्बन अभियान के द्वितीय चरण के तहत आने वाले गांवों को हरा-भरा बनाने के लिए
पूरे प्रदेश में 10 जुलाई को वन महोत्सव मनाए जाने का निर्णय लिया गया है। प्रत्येक वृक्ष कुंज एवं
शहरी वृक्षारोपण स्थल की भविष्य में सार-संभाल ठीक प्रकार से हो सके, इसके लिए जिला कलक्टर्स
को स्थानीय सांसद या विधायक की अध्यक्षता में एक समिति जिसमें अन्य जन प्रतिनिधि भी
शामिल हो गठित करने के निर्देश दिए हैं।