प्रचार वाहनों को झंडी दिखाकर किया रवाना
बाड़मेर, 8 जुलाई। जिला कलेक्टर विश्राम मीणा ने कहा कि प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना का गांव-गांव तक प्रचार-प्रसार कर किसानों को जागरूक करें ताकि योजना का अधिक से अधिक लाभ मिल सके। उन्होंने बुधवार को कलेक्ट्रेट से पांच प्रचार वाहनों को झंडी दिखाकर रवाना किया।
इस अवसर पर मीणा ने कहा कि किसान को बीमा योजना से अच्छा फायदा मिल रहा है। इसमें काश्तकार को बाढ़, सूखा जैसी प्रतिकूल मौसमी परिस्थितियों से लेकर टिड्डियों के प्रकोप तक की वजह से होने वाले फसल खराबे का क्लेम मिल जाता है। उन्होंने बताया कि इस वर्ष केन्द्र सरकार ने इस योजना को ऋणी किसानों के लिए स्वैच्छिक करने सहित कुछ बदलाव किए हैं। इन सबकी जानकारी तथा योजना के प्रति आम किसान को जागरूक करने के लिए प्रचार वाहनों को रवाना किया गया है। ऐसे 5 वाहन पूरे जिले में घूमकर किसानों को योजना के सभी पहलुओं के बारे में बताएंगे। फसल बीमा करवाने की अंतिम तिथि 15 जुलाई हैं।
ऋणी किसानों का सम्बंधित बैंक स्वतः ही प्रीमियम काटकर बीमा कर लेगी, किन्तु यदि कोई ऋणी किसान फसल बीमा योजना से अलग रहना चाहता है तो 8 जुलाई तक सम्बंधित बैंक शाखा में लिखित में घोषणा पत्र देकर पृथक हो सकता है। खरीफ के लिए बाजरा, ज्वार, मक्का, मूंग, मोठ, ग्वार, चंवला, उड़द, अरहर, सोयाबीन, तिल, धान, कपास एवं मूंगफली की फसल अधिसूचित की गई है। खरीफ फसलों के लिए काश्तकार को मात्र 2 फीसदी प्रीमियम जमा कराना होगा। इसके लिए तहसील एवं पटवार मंडल बीमा इकाई होगी। इस अवसर पर कृषि उपनिदेशक डॉ जे आर भाखर सहित कृषि विभाग एवं इंश्योरेंस कम्पनी के अधिकारी उपस्थित थे।
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बाड़मेर, 8 जुलाई। जिला कलेक्टर विश्राम मीणा ने कहा कि प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना का गांव-गांव तक प्रचार-प्रसार कर किसानों को जागरूक करें ताकि योजना का अधिक से अधिक लाभ मिल सके। उन्होंने बुधवार को कलेक्ट्रेट से पांच प्रचार वाहनों को झंडी दिखाकर रवाना किया।
इस अवसर पर मीणा ने कहा कि किसान को बीमा योजना से अच्छा फायदा मिल रहा है। इसमें काश्तकार को बाढ़, सूखा जैसी प्रतिकूल मौसमी परिस्थितियों से लेकर टिड्डियों के प्रकोप तक की वजह से होने वाले फसल खराबे का क्लेम मिल जाता है। उन्होंने बताया कि इस वर्ष केन्द्र सरकार ने इस योजना को ऋणी किसानों के लिए स्वैच्छिक करने सहित कुछ बदलाव किए हैं। इन सबकी जानकारी तथा योजना के प्रति आम किसान को जागरूक करने के लिए प्रचार वाहनों को रवाना किया गया है। ऐसे 5 वाहन पूरे जिले में घूमकर किसानों को योजना के सभी पहलुओं के बारे में बताएंगे। फसल बीमा करवाने की अंतिम तिथि 15 जुलाई हैं।
ऋणी किसानों का सम्बंधित बैंक स्वतः ही प्रीमियम काटकर बीमा कर लेगी, किन्तु यदि कोई ऋणी किसान फसल बीमा योजना से अलग रहना चाहता है तो 8 जुलाई तक सम्बंधित बैंक शाखा में लिखित में घोषणा पत्र देकर पृथक हो सकता है। खरीफ के लिए बाजरा, ज्वार, मक्का, मूंग, मोठ, ग्वार, चंवला, उड़द, अरहर, सोयाबीन, तिल, धान, कपास एवं मूंगफली की फसल अधिसूचित की गई है। खरीफ फसलों के लिए काश्तकार को मात्र 2 फीसदी प्रीमियम जमा कराना होगा। इसके लिए तहसील एवं पटवार मंडल बीमा इकाई होगी। इस अवसर पर कृषि उपनिदेशक डॉ जे आर भाखर सहित कृषि विभाग एवं इंश्योरेंस कम्पनी के अधिकारी उपस्थित थे।
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